वीडियो जानकारी:
विश्रांति शिविर
८ सितंबर, २०१९
चंडीगढ़, पंजाब
प्रसंग:
माया माया सब कहे, माया लखे न कोय |
जो मन से न उतरे, माया कहिये सोय ||
~कबीर साहब
क्या सत्य का कोई एहसास भी होता है?
माया से कैसे बचें?
हो रहे अनुभवों की हकीकत कैसे जानें?
संगीत: मिलिंद दाते